🏠 "अरविंद जी का सपना और अधूरी रजिस्ट्री"

30 अगस्त 2025 की दोपहर थी।
⏰ घड़ी ने जैसे ही 12 बजाए, मेरे फोन की घंटी बजी 📞।

दूसरी तरफ़ से घबराई हुई आवाज़ आई —
“भईया… मैं अरविंद कुमार बोल रहा हूँ, मुझे आपकी मदद चाहिए 😟।”

मैंने कहा —
“कहो अरविंद जी, क्या हुआ?”

उनकी आवाज़ काँप रही थी —
“भईया, मैंने पटना के रामकृष्णा नगर में एक मकान खरीदा है 🏡।
ये मेरा सपना था… जहाँ मैं अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहूँगा 👨‍👩‍👧‍👦।
सारा पैसा चुका दिया है, एग्रीमेंट भी हो चुका है।

अब रजिस्ट्री लेने का टाइम आया तो जब मैंने विक्रेता से मूल रजिस्ट्री पेपर मांगे, तो उसने कहा —
‘पेपर खो गए हैं… मेरे पास सिर्फ़ सर्टिफाइड कॉपी है।’”

कुछ क्षण के लिए फोन पर सन्नाटा छा गया 😶।
फिर अरविंद जी की टूटी हुई आवाज़ आई —
“भईया… कहीं ऐसा तो नहीं कि इस मकान पर पहले से लोन हो? 💔
मैंने अपनी ज़िंदगी की सारी जमापूंजी लगा दी… बच्चों की पढ़ाई का पैसा 📚, पत्नी के गहने तक बेच दिए 💍।
अगर कुछ गड़बड़ निकला तो? मेरा घर, मेरा परिवार… सब कुछ बर्बाद हो जाएगा 😢।”

उनके शब्दों में सिर्फ़ डर नहीं था…
बल्कि एक पिता की मजबूरी, एक पति की जिम्मेदारी और एक आम आदमी का दर्द भी था।

---

👨‍👩‍👧 परिवार की उम्मीदें…

मुझे महसूस हुआ कि ये मकान सिर्फ़ ईंट और दीवारों का नहीं, सपनों का घर है।
शायद अरविंद जी के बच्चे पहले से ही अपनी कॉपी पर घर का नक्शा बना रहे होंगे ✏️🏠।
पत्नी शायद सोच रही होगी —
“इस नए घर में बच्चों का कमरा कैसा होगा… पूजा घर कहाँ बनेगा… और मेहमानों को कैसे बैठाएँगे ✨।”

लेकिन उसी सपने पर अब शक और डर की परछाई पड़ गई थी 😔।

---

मैंने उन्हें समझाया —
“देखिए, यह सच है कि कोई पब्लिक सिस्टम पूरी तरह भरोसेमंद नहीं है जिससे पता चल सके कि मकान पर लोन है या नहीं।
हाँ, बैंक वालों के पास असली पेपर होते हैं। अगर वहाँ से चेक करवाएँगे तभी निश्चित होगा ✅।”

अरविंद जी लगभग रोते हुए बोले —
“भईया, कोई और आसान तरीका नहीं है क्या? 😢
विक्रेता कह रहा है कि आप जिस कागज पर कहेंगे हम लिख देंगे कि मकान पर लोन नहीं है।”

---

✍️ समाधान

मैंने गहरी सांस ली और धीरे-धीरे कहा —
“ऐसा कीजिए… ₹1000 के स्टाम्प पेपर पर सहमति पत्र बनवाइए।

उसमें लिखवाइए:

मकान का पूरा विवरण 🏘️

विक्रेता का नया पता 🏠

और सबसे ज़रूरी — अगर रजिस्ट्री की तारीख से पहले इस मकान पर कोई भी लोन निकलता है 💰,
तो उसका पूरा जिम्मा विक्रेता और उनके वारिसों का होगा।
वो लोन हो, ब्याज हो या कोई और खर्च… सब वही चुकाएँगे ✋।”

---

यह सुनते ही उनके स्वर में पहली बार थोड़ी शांति महसूस हुई 😌।
उन्होंने कहा —
“भईया, अब दिल को तसल्ली मिल गई 🙏।
लगता है अब मेरा सपना सच हो सकेगा 🌈।”

---

🌟 अंत में…

फोन कटने के बाद भी मैं देर तक सोचता रहा 🤔।
मेरी आँखों के सामने अरविंद जी का चेहरा घूम रहा था —
एक साधारण आदमी, जिसने अपने बच्चों की हँसी 😊 और पत्नी की खुशी ❤️ के लिए मकान खरीदा था।

> वो घर सिर्फ़ छत नहीं था, बल्कि आशियाना था —
उम्मीदों का, प्यार का और सुरक्षित भविष्य का। 🌸

उस दिन मुझे फिर से एहसास हुआ कि रियल एस्टेट सिर्फ़ जमीन और दीवारों का सौदा नहीं है,
यह इंसान के सपनों, मेहनत और उसके परिवार के भविष्य का सौदा है।

और जब हम सही रास्ता दिखाते हैं, तो हम केवल कानूनी सलाह नहीं देते…
हम किसी का सपना टूटने से बचाते हैं ❤️🏡।

---

Contact Us

We serve Pothahi and Jat Dumri Junction, offering safe plots under Rs 15 lakh with a money-back guarantee.

Mob - 9801136725

NH 83, Near Jolbigha Surya Mandir, Pothahi, Jat Dumri

Hours

9 AM - 6 PM

Location